information about mysore palace in hindi

The Best Information About Mysore Palace In Hindi: मैसूर पैलेस


Information About Mysore Palace In Hindi: मैसूर का शाही पैलेस भारत का ऐतिहासिक स्थान।

विषय सूची

मैसूर पैलेस का इतिहास

मैसूर किले का इतिहास बहुत पुराना हैं जोकि कई शासको के शासन को देख चुका है। 14वीं शताब्दी दौरान यदुराया ने किले के अंदर पहला महल बनबाया था, जिसे कई बार तोडा गया था। पुराने पैलेस को जला दिया गया था और वर्तमान की संरचना का निर्माण 1897 और 1912 के समय के दौरान किया गया था। मई 1799 में टीपू सुल्तान के देहांत के बाद महाराजा कृष्णराज वाडियार तृतीय ने मैसूर को अपनी राजधानी के रूप में दर्जा दिया था।

मैसूर पैलेस की संरचना

Information About Mysore Palace In Hindi : मैसूर पैलेस में गुंबदों की स्थापत्य शैली को हिंदू, राजपूत, मुगल और गोथिक शैलियों के मिश्रण के साथ इंडो-सरैसेनिक के रूप में तैयार किया गया हैं। मैसूर किले की यह तीन मंजिला ईमारत में संगमरमर की गुम्बद और 145 फिट ऊंचे पत्थर की संरचना हैं। किला एक शानदार बगीचे से घिरा हुआ हैं। पैलेस की संरचना में मुख्य परिसर की लम्बाई 245 फुट और चौड़ाई 156 फुट फुट आंकी गई हैं।

महल में तीन द्वार – पूर्वी द्वार, दक्षिण प्रवेश द्वार और पश्चिम प्रवेश द्वार हैं। मैसूर पैलेस के अंदर कई महत्वपूर्ण सुरंगे बनी हुई हैं। इसके अलावा धन, समृधि, भाग्य की देवी लक्ष्मी की मूर्ती भी स्थित हैं।

अंबा विलास पैलेस (मैसूर पैलेस) के आस पास के पर्यटन स्थल

मैसूर का किला एक ऐतिहासिक पर्यटन स्थल हैं जहां देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों कि लाइन लगी रहती हैं। लेकिन इसके अलावा भी मैसूर सिटी में कई पर्यटक स्थल हैं जहां आप घूम सकते हैं और हम आज इस आर्टिकल में उन्ही आकर्षित स्थानों की बात करने जा रहे हैं।

मैसूर का प्रमुख धार्मिक स्थल चामुंडेश्वरी मंदिर

मैसूर पैलेस के नजदीक दर्शनीय स्थानों में चामुंडेश्वरी मंदिर मैसूर सिटी से लगभग 13 किलोमीटर की दूरी पर एक पहाड़ी की चामुंडी चोटी पर स्थित हैं। इस मंदिर को 51 शक्ति पीठो में से एक होने का दर्जा प्राप्त हैं।

मैसूर का प्रसिद्ध मंदिर रंगनाथस्वामी मंदिर

मैसूर किले के पास दर्शनीय स्थल श्रीरंगपटना का रंगनाथस्वामी मंदिर हिंदू भगवान रंगनाथ को समर्पित है। कावेरी नदी के किनारे पर स्थित यह दर्शनीय मंदिर कर्नाटक राज्य के 5 सबसे महत्वपूर्ण तीर्थ स्थानों में से एक है। रंगनाथस्वामी मंदिर कावेरी नदी के द्वारा बनाए गए दीप पर स्थित हैं और सबसे ऊंचे टॉवर या गोपुरम के रूप में जाना जाता हैं।

मैसूर पर्यटन स्थल ललिता महल

मैसूर पैलेस के नजदीक में घूमने वाली जगह ललिता महल मैसूर का दूसरा सबसे बड़ा और भव्य महल है। वर्तमान में यह भारत के सबसे भव्य होटलों में शुमार हैं। ललिता महल चामुंडी पहाड़ियों के पास स्थित है।

मैसूर के दर्शनीय स्थान जय लक्ष्मी विलास हवेली

मैसूर पैलेस के आसपास के पर्यटन स्थलों में जयलक्ष्मी विलास हवेली मैसूर विश्वविद्यालय के अंदर स्थित है। मैसूर के प्रमुख टूरिस्ट प्लेस में से एक जयलक्ष्मी विलास हवेली कलाकृतियों के अनमोल संग्रह का एक संग्रहालय है। इस स्थान पर पर्यटक आना अधिक पसंद करते है।

मैसूर का टूरिस्ट प्लेस जगनमोहन पैलेस

मैसूर पैलेस के नियरेस्ट टूरिस्ट प्लेस में जगनमोहन पैलेस मैसूर सिटी का एक प्रमुख महल हैं। इस महल को अब एक आर्ट गैलरी और एक समारोह हॉल में तब्दील कर दिया गया हैं। यह महल मैसूर सिटी के 7 महलो में से एक है।

मैसूर में देखने लायक जगह सेंट फिलोमेना चर्च

सेंट फिलोमेना चर्च एक कैथोलिक चर्च है जोकि भारत के सबसे पुराने चर्चो में से एक है। मैसूर शहर के इस प्रसिद्ध चर्च को एशिया के दूसरे सबसे बड़े चर्च के रूप में जाना जाता है।

मैसूर में घूमने वाली जगह तालकाड़ मंदिर

मैसूर का दर्शनीय स्थल तालकाड़ मंदिर कावेरी नदी के बाएं छोर पर मैसूर सिटी से लगभग 45 किलोमीटर की दूरी पर दक्षिण-पूर्व में स्थित है। यह मंदिर हिन्दू धर्म से सम्बंधित एक लोकप्रिय तीर्थ स्थल है।

मैसूर के आकर्षण स्थान मेलुकोटे मंदिर

मैसूर के पर्यटन स्थलों में से एक मेलुकोटे मंदिर को थिरुन्नारायणपुरम के नाम से भी जाना जाता है। यह मंदिर भारत के कर्नाटक राज्य के पवित्र स्थानों में से एक है। योगनारसिम्हा की चट्टानी पहाड़ियों पर स्थित यह मंदिर मैसूर शहर से लगभग 51 किलोमीटर की दूरी पर है।

मैसूर सिटी का पर्यटन स्थल बाइलाकुप्पे

मैसूर पैलेस के आसपास के पर्यटन स्थलों में बाइलाकुप्पे मैसूर के पश्चिम में स्थित नामर्दोलिंग मठ का एक छोटा सा सुंदर शहर हैं। बाइलाकुप्पे का सबसे प्रमुख आकर्षण के रूप में मैसूर जिले की सबसे बड़ी झील, नाम्ड्रोलिंग मठ या गोल्डन टेम्पल और इंगलाकेरे हैं।

मैसूर में प्रसिद्ध मंदिर नंजनगुड मंदिर

नंजनगुड पर्यटन स्थल शहर की कपिला नदी के किनारे पर स्थित है और यह स्थान श्रीकंतेश्वर मंदिर के लिए प्रसिद्ध है। यह स्थान दक्षिण काशी के नाम से भी जाना जाता है।

मैसूर में बच्चो के साथ घूमे शिवानासमुद्र फॉल्स

नंजनगुड पर्यटन स्थल शहर की कपिला नदी के किनारे पर स्थित है और यह स्थान श्रीकंतेश्वर मंदिर के लिए प्रसिद्ध है। यह स्थान दक्षिण काशी के नाम से भी जाना जाता है।

मैसूर टूरिज्म में कपल के लिए कृष्णा राजा सागर डैम

मैसूर के पर्यटन स्थलों में कृष्णा राजा सागर बांध एक प्रमुख टूरिस्ट प्लेस हैं। जोकि मैसूर सिटी में कावेरी नदी पर एक झील और बांध दोनों के रूप में जाना जाता हैं। कृष्णा राजा सागर बांध का नाम भारत के 10 प्रमुख बाँधों में भी शामिल हैं।

मैसूर में घूमने की जगह बृंदावन गार्डन

मैसूर पैलेस का नजदीकी पर्यटन स्थल बृंदावन गार्डन दक्षिण भारत में कृष्णराजसागर बांध के पास स्थित है। वृंदावन गार्डन हर साल लगभग 2 मिलियन सलानियों को अपनी ओर आकर्षित करता हैं। यह गार्डन श्रीरंगपटना के प्रमुख आकर्षणों में से एक है।

मैसूर टूरिज्म में देखे रेल संग्रहालय मैसूर

मैसूर का रेलवे संग्रहालय भारतीय रेलवे द्वारा स्थापित किया गया हैं। यह संग्रहालय दिल्ली के राष्ट्रीय रेलवे संग्रहालय के बाद देश का दूसरा ऐसा संग्रहालय है। मैसूर सिटी के इस संग्रहालय में लोकोमोटिव और भारत में रेलवे की तस्वीरों को शानदार ढंग से एक गैलरी में रखा गया है।

मैसूर पर्यटन में मशहूर चामुंडी हिल्स नंदी

मैसूर का दर्शनीय स्थल नंदी बैल की विशाल मूर्ती चामुंडी पहाड़ी पर स्थित हैं। नंदी कि यह मूर्ती शहर के प्रमुख पर्यटन स्थलों में बेहद ही खास हैं। देश में नंदी की सबसे बड़ी मूर्तियों में से एक हैं।

मैसूर में फेमस कार्य सिद्धि हनुमान मंदिर

मैसूर में देखने के लिए हनुमान जी महाराज कि एक विशाल प्रतिमा बनी हुई है। इस प्रसिद्ध प्रतिमा को कार्य सिद्धि के नाम से जाना जाता हैं। शहर में सबसे ऊँची इस मूर्ती की हाइट 41 फीट हैं।

मैसूर पर्यटन स्थल करणजी झील

मैसूर पैलेस के पास का आकर्षण स्थल करणजी झील मैसूर सिटी में ही स्थित एक सुंदर स्थान हैं। यह स्थान सुंदर प्रकृति तितली पार्क और एक संग्रहालय से घिरा हुआ हैं। करणजी झील के अंदर एक छोटे से द्वीप पर तितली पार्क को बनाया गया हैं। यहां पर कई पेंटेड स्टॉर्क, ग्रे पेलिकन, कॉर्मोरेंट और एग्रेट जैसे – प्रवासी पक्षियों को देखा जा सकता है। इस झरने की खूबसूरती देखकर पर्यटक मोहित हो जाते है।

मैसूर में देखने लायक जगह चिड़ियाघर

मैसूर का फेमस चिड़ियाघर या चामराजेंद्र प्राणि उद्यान मैसूर पैलेस के करीब स्थित हैं। यह चिड़ियाघर देश का सबसे पुराना और सबसे लोकप्रिय है। मैसूर चिड़ियाघर में विभिन्न प्रजातियों के जीव-जंतुओं को देखा जा सकता हैं।

मैसूर में घूमने लायक जगह रंगनाथिट्टू पक्षी अभयारण्य कर्नाटक

मैसूर किले के नजदीक के आकर्षण में रंगनाथिट्टू पक्षी अभयारण्य कर्नाटक राज्य के 5 सबसे अच्छे बर्ड सेंचुरी में से एक है। रंगनाथिट्टू पक्षी अभयारण्य राज्य का सबसे बड़ा पक्षी अभयारण्य है। इस अभयारण्य में पक्षियों की लगभग 170 प्रजातियां पाई जाती हैं।

मैसूर फेमस पर्यटन स्थल बांदीपुर राष्ट्रीय उद्यान

मैसूर पर्यटन स्थलों में बांदीपुर राष्ट्रीय उद्यान और टाइगर रिजर्व कर्नाटक स्टेट के टॉप 10 राष्ट्रीय उद्यानों में से एक है। बांदीपुर राष्ट्रीय उद्यान दक्षिण एशिया में जंगली हाथियों के लिए सबसे बड़ा निवास स्थान के रूप में प्रसिद्ध है।

निष्कर्ष: Information About Mysore Palace In Hindi


लेख के जरिये मैसूर पैलेस के बारे में सबंधीत सम्पूर्ण जानकारी दी है। आपको अच्छी तरह से समझ आया होगा।
ऐसे ही और लेख जान ने के लिए हमारी वेबसाइट को सेव करें और लाइक करें। धन्यवाद।

FAQ

Q.मैसूर महल किसने बनवाया और यह क्यों प्रसिद्ध है?

A.मैसूर महल का निर्माण 14वीं सदी में हुआ था. वाडयार राजाओं ने इस महल को बनवाया था. इसका डिजाइन ब्रिटिश वास्तुकार हेनरी इरविन ने बनाया था. यह महल वाडियार राजाओं का निवास स्थान था.

Q.मैसूर शहर क्यों प्रसिद्ध है?

A.पारंपारिक पेटिंग, रेशम और सुंगधित वस्तुओं के उत्पादन के साथ चंदन के लिए प्रसिद्ध मैसूर का अपना अलग ही जलवा है। मैसूर में आप शहर के प्रसिद्ध किले और रंगबिरंगे बाजार में घूम सकते हैं। शहर में जगह-जगह आपको किले और पुराने महल मिल जाएंगे जो अभी भी जगमगा रहे हैं।

Q.मैसूर पैलेस पर्यटन के लिए प्रसिद्ध क्यों है?

A.मैसूर पैलेस या जिसे अंबा विलास पैलेस के नाम से जाना जाता है, कर्नाटक के शहर मैसूर में स्थित एक प्रभावशाली ऐतिहासिक महल है। यह अपनी उल्लेखनीय वास्तुकला के कारण भारत में शीर्ष रेटेड पर्यटन स्थल है, जिसने अब तक देश के इतिहास में हर साल लाखों लोगों को आकर्षित किया है।


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